Ayodhya Ram Mandir News : अयोध्या राम मंदिर से जुड़ी एक खबर काफी तेजी से वायरल हो रही है कि अयोध्या राम मंदिर में भगवान राम लल्ला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रभु श्री राम की मूर्ति बदल गई है, इस बात में कितनी सच्चाई है आइए आपको बताते हैं।
अयोध्या राम मंदिर ( Ayodhya Ram Mandir) में राम लल्ला विराजमान है, ना जाने कितने बलिदानों और संघर्ष के बाद अपने मंदिर में विराजमान हुए. राम लल्ला के दर्शन और आशीर्वाद के भावना लिए लाखों राम भक्त लगातार अयोध्या पहुंच रहे है। भक्तों के आस्था के बीच एक दावा किया जा रहा है कि राम मंदिर में चमत्कार हो गया है। कहा जा रहा है कि प्राण प्रतिष्ठा होते ही रामल्ला की मूर्ति बदल गई है। प्राण प्रतिष्ठा से पहले मूर्ति अलग थी, राम लल्ला की मूर्ति में अपने आप बदलाव हुआ है, राम लल्ला की मूर्ति पहले से जीवंत हो गई है।
Ayodhya Ram Mandir News: राम लल्ला की मूर्ति बदल गई, इस बात का किया जा रहा है दावा
अयोध्या में राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) के निर्माण के बाद राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी, 2024 को हुई थी। इस अवसर पर देशभर से लाखों श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे थे। प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही राम लला की मूर्ति में बदलाव होने के दावे किए जा रहे हैं।
Ayodhya Ram mandir: दरसल राम लल्ला की मूर्ति में बदलाव हुई है, इस बात का दावा कोई आम आदमी नही बल्कि जिन्होने खुद अपने हाथों से राम लल्ला की मूर्ति को बनाई है, यह दावा उनके द्वारा किया जा रहा है। आपको बता दें की राम लल्ला की मूर्ति को अरुण योगिराज ने 6 महीने की लगातार कड़ी मेहनत के बाद राम लल्ला की मूर्ति को तैयार कर पाए और यह दावा अरुण योगिराज द्वारा ही किया जा रहा है, कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद राम लल्ला की मूर्ति बदल गई है।
अरुण योगिराज के अलावा कुछ लोगों का भी कहना है कि प्राण प्रतिष्ठा से पहले की मूर्ति और प्राण प्रतिष्ठा के बाद की मूर्ति में अंतर दिखाई देता है। कुछ लोगों का कहना है कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद राम लला की मूर्ति में आभा और जीवंतता बढ़ गई है।
इन दावों को लेकर लोगों में उत्सुकता है। लोग जानना चाहते हैं कि क्या राम लला की मूर्ति में वास्तव में कोई बदलाव हुआ है? इस मामले में मूर्ति बनाने वाले मूर्तिकार अरुण योगीराज का भी कहना है कि मूर्ति में बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद जब मूर्ति गर्भगृह में पहुंची, तो उसे देखकर उन्हें भी आश्चर्य हुआ। उन्होंने कहा कि मूर्ति में एक अलग ही आभा आ गई है।
अयोध्या राम मंदिर: क्या है सच्चाई?
Ayodhya Ram mandir: राम लला की मूर्ति बनाने वाले मूर्तिकार अरुण योगीराज ने इस बारे में बात की है। उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा से पहले की मूर्ति को पूरी तरह से तैयार नहीं किया गया था। मूर्ति की आंखें भी नहीं बनी थीं। प्राण प्रतिष्ठा के बाद मूर्ति की आंखें बनाई गईं। इसके अलावा, मूर्ति को श्रृंगार भी किया गया।
योगीराज ने कहा कि मूर्ति में बदलाव दिखाई देने के पीछे का कारण यह हो सकता है कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद मूर्ति को श्रृंगार किया गया है। इसके अलावा, मूर्ति को गर्भगृह में स्थापित किया गया है, जहां रोशनी कम होती है। इससे भी मूर्ति अलग दिखाई दे सकती है।
अरुण योगीराज ने कहा कि वह स्वयं भी इस बदलाव को लेकर हैरान हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा के बाद मूर्ति को देखा तो उन्हें भी आभास हुआ कि मूर्ति में कुछ बदलाव आया है।
क्या है लोगों का नजरिया?
कुछ लोगों का मानना है कि राम लला की मूर्ति में बदलाव होना एक चमत्कार है। वे कहते हैं कि यह भगवान राम की कृपा है। कुछ लोगों का यह भी मानना है कि मूर्ति में बदलाव होना एक सामान्य प्रक्रिया है। वे कहते हैं कि मूर्ति को श्रृंगार करने और उसे गर्भगृह में स्थापित करने से मूर्ति में बदलाव आ सकता है।
हालांकि, कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक चर्चा चल रही है कि राम लला की मूर्ति में बदलाव आया है। इस बात का दावा करते हुए कई तस्वीरें भी वायरल हो रही हैं।
इन तस्वीरों में से एक तस्वीर प्राण प्रतिष्ठा से पहले की है, जबकि दूसरी तस्वीर प्राण प्रतिष्ठा के बाद की है। दोनों तस्वीरों में राम लला की मूर्ति अलग-अलग दिख रही है। कुछ लोगों का कहना है कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद राम लला की मूर्ति में चमत्कार हुआ है और वह पहले से ज्यादा जीवंत दिख रही हैं।
हालांकि, इस दावे पर कई लोगों ने भी सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि प्राण प्रतिष्ठा से पहले की तस्वीर में राम लला की मूर्ति बिना श्रृंगार के थी, जबकि प्राण प्रतिष्ठा के बाद की तस्वीर में उन्हें पूरे श्रृंगार के साथ दिखाया गया है। यही वजह है कि दोनों तस्वीरों में अंतर दिख रहा है।
राम लला की मूर्ति को बनाने वाले मूर्तिकार अरुण योगीराज का कहना है कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद राम लला की मूर्ति में कुछ बदलाव जरूर आया है। हालांकि, उन्होंने इस बदलाव के कारणों को नहीं बताया है। उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद जब उन्होंने राम लला की मूर्ति को देखा तो उन्हें ऐसा लगा कि मूर्ति में एक अलग ही आभा है। उन्होंने कहा कि यह चमत्कार हो सकता है या कुछ और।
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा: एक ऐतिहासिक क्षण
Ayodhya Ram mandir: 22 जनवरी, 2024 को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा एक ऐतिहासिक क्षण था। यह वह क्षण था जब भगवान राम के बाल स्वरूप की प्रतिमा को मंदिर के गर्भगृह में स्थापित किया गया। इस समारोह में लाखों भक्तों ने भाग लिया और देश भर में उत्सव मनाया गया।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह की शुरुआत ब्रह्म मुहूर्त में हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस समारोह के मुख्य यजमान के रूप में भाग लिया। उन्होंने विधिवत पूजा-अर्चना के बाद भगवान राम की प्रतिमा को मंदिर के गर्भगृह में स्
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान कई धार्मिक अनुष्ठान किए गए। इनमें अभिषेक, आरती, पूजन और मंत्रोच्चारण शामिल थे। समारोह के अंत में, प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को बधाई दी और कहा कि राम मंदिर का निर्माण एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।
Ayodhya Ram mandir: राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा भारत के लिए एक महत्वपूर्ण घटना थी। यह इस बात का प्रतीक है कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है, जहां सभी धर्मों के लोगों को समान सम्मान दिया जाता है। यह समारोह देश भर में शांति और सद्भाव का संदेश भी फैलाता है।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद, राम मंदिर के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। देश भर से लोग अयोध्या पहुंचे और भगवान राम के दर्शन किए। राम मंदिर के निर्माण से देश भर के हिंदुओं में खुशी की लहर है। वे मानते हैं कि राम मंदिर के निर्माण से देश में शांति और सद्भाव कायम होगा।
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