डेंगू बुखार (Dengue Fever), या हड्डी तोड़ बुखार, एक गंभीर बीमारी है जो मच्छरों के काटने से फैलती है। यह दुनियाभर में लाखों लोगों को प्रभावित करती है और जानलेवा भी हो सकती है। आइए जानें डेंगू किस मच्छर के काटने से होता है? और इससे कैसे बचा जा सकता है।
डेंगू बुखार (Dengue Fever), जिसे हड्डी तोड़ बुखार के नाम से भी जाना जाता है, एक ज्वरयुक्त, संक्रामक रोग है जो डेंगू वायरस के चार सेरोटाइप (DENV1, DENV2, DENV3, और DENV4) के कारण होता है। यह वायरस एडीज एजिप्टी और एडीज एल्बोपिक्टस नामक मच्छरों द्वारा संचरित होता है। डेंगू बुखार (Dengue Fever) विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा एक सार्वजनिक स्वास्थ्य चिंता घोषित किया गया है, जो सालाना 500 मिलियन से अधिक लोगों को संक्रमित करता है और 22,000 से अधिक मौतों का कारण बनता है।
डेंगू किस मच्छर के काटने से होता है?
डेंगू बुखार (Dengue Fever), जिसे हड्डी तोड़ बुखार भी कहा जाता है, एक संक्रामक बीमारी है जो एडीज एजिप्टी और एडीज एल्बोपिक्टस नामक मच्छरों के काटने से फैलती है। ये मच्छर दिन के समय, खासकर सुबह और शाम के समय काटते हैं।
इन मच्छरों को पहचानने के कुछ तरीके:
एडीज एजिप्टी और एडीज एल्बोपिक्टस मच्छरों को पहचानना मुश्किल हो सकता है, क्योंकि वे आकार और रंग में समान दिखते हैं।यहां कुछ तरीके दिए गए हैं जिनसे आप उन्हें पहचान सकते हैं:
- एडीज एजिप्टी:
- यह मच्छर शहरी क्षेत्रों में अधिक पाया जाता है।
- यह दिन के समय काटता है, खासकर सुबह और शाम के समय।
- यह मच्छर काले रंग का होता है, जिसके पैरों पर सफेद रंग की धारियां होती हैं और पीठ पर एक सफेद रंग का ‘V’ आकार का निशान होता है।
- एडीज एल्बोपिक्टस:
- यह मच्छर ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में पाया जाता है।
- यह दिन और रात दोनों समय काटता है।
- यह मच्छर काले रंग का होता है, जिसके पैरों पर सफेद रंग की धारियां और पीठ पर सफेद रंग की धारियां होती हैं।
संक्रमण का प्रसार:
- संक्रमित मच्छर जब किसी व्यक्ति को काटता है, तो वह डेंगू वायरस को रक्त में प्रवेश करा देता है।
- वायरस रक्तप्रवाह में प्रवेश करता है और सफेद रक्त कोशिकाओं को संक्रमित करता है।
- संक्रमित सफेद रक्त कोशिकाएं वायरस को प्रतिकृति बनाती हैं और रक्तप्रवाह में रिलीज करती हैं।
- वायरस अन्य कोशिकाओं को संक्रमित करता है और रोग के लक्षणों का कारण बनता है।
डेंगू बुखार के लक्षण [Dengue fever symptoms]
- तेज बुखार: 104°F (40°C) तक हो सकता है
- तीव्र सिरदर्द: आमतौर पर माथे और आंखों के पीछे होता है
- मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द: तीव्र और दुर्बल करने वाला हो सकता है
- आंखों में दर्द: तेज रोशनी के प्रति संवेदनशीलता के साथ
- थकान: गंभीर थकान और कमजोरी
- चमड़े पर लाल चकत्ते: चेहरे, गर्दन और अंगों पर दिखाई दे सकते हैं
- नाक से खून बहना: नाक से हल्का या भारी रक्तस्राव
- उल्टी और मतली: पेट में गड़बड़ी और उल्टी
- दस्त: तीव्र और पानी जैसा
डेंगू से बचाव:
- मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी का उपयोग करें।
- घर के आसपास पानी जमा न होने दें।
- पूरी बांहों और पैरों को ढकने वाले कपड़े पहनें।
- मच्छर भगाने वाली क्रीम या लोशन का उपयोग करें।
- नियमित रूप से घर की सफाई करें।
डेंगू का इलाज:
डेंगू का कोई विशिष्ट इलाज नहीं है। बुखार और दर्द को कम करने के लिए दवाएं दी जा सकती हैं। रोगी को भरपूर मात्रा में तरल पदार्थ पीने और आराम करने की सलाह दी जाती है। गंभीर मामलों में, अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता हो सकती है।
डेंगू एक गंभीर बीमारी है, लेकिन इसे रोकथाम के उपायों से आसानी से रोका जा सकता है।
यह जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है। यदि आपको डेंगू के लक्षण दिखाई देते हैं, तो कृपया तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
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