Surya grahan 2024: 8 अप्रैल सूर्य ग्रहण, चैत्र अमावस्या के दिन साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने वाला है। यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा ?
8 अप्रैल 2024 को, एक अद्भुत खगोलीय घटना घटने वाली है – वृत्ताकार सूर्य ग्रहण। यह ग्रहण पूरे उत्तरी अमेरिका में दिखाई देगा, और भारत के कुछ हिस्सों में भी इसका आंशिक रूप दिखाई देगा। यह 50 सालों में भारत में दिखने वाला पहला वृत्ताकार सूर्य ग्रहण होगा, इसलिए यह एक अविस्मरणीय अनुभव होने वाला है। यह Surya grahan भारत में नहीं दिखाई देगा
सूर्य ग्रहण का समय:
- ग्रहण का प्रारंभ: 8 अप्रैल, 2024 (रविवार) रात 9:12 बजे (IST)
- ग्रहण का मध्य: 8 अप्रैल, 2024 (रविवार) रात 11:18 बजे (IST)
- ग्रहण का समापन: 9 अप्रैल, 2024 (सोमवार) रात 1:25 बजे (IST)
8 अप्रैल 2024 को होगा 54 सालों में सबसे लंबा सूर्य ग्रहण
यह सच है कि 8 अप्रैल का सूर्य ग्रहण सबसे लंबा Surya grahan नहीं होगा। इतिहास का सबसे लंबा सूर्य ग्रहण 20 जुलाई 1927 को हुआ था, जो 7 मिनट 40 सेकंड तक चला था। 8 अप्रैल का Surya grahan, 4 मिनट 28 सेकंड तक चलेगा, जो इसे आधुनिक इतिहास में सबसे लंबे सूर्य ग्रहणों में से एक बनाता है। यह 54 सालों में सबसे लंबा वृत्ताकार Surya grahan होगा, जो इसे और भी खास बनाता है।
सूर्य ग्रहण क्या होता है?
सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है, जिससे सूर्य की रोशनी को पृथ्वी तक पहुंचने से रोक देता है। इस घटना के दौरान, चंद्रमा का छाया पृथ्वी के सतह पर एक अंधेरे रंग का धब्बा बनाता है।
8 अप्रैल सूर्य ग्रहण क्या खास होगा?
8 अप्रैल का Surya grahan वृत्ताकार होगा, जिसका अर्थ है कि चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से ढक लेगा। इसके परिणामस्वरूप, दिन के समय में भी कुछ मिनटों के लिए रात जैसा अंधेरा छा जाएगा। यह एक अद्भुत दृश्य होगा, और इसे देखने का अवसर जीवन भर में एक बार ही मिलता है।
भारत में कहां दिखाई देगा?
यह Surya grahan भारत के दक्षिणी-पश्चिमी भागों में दिखाई देगा। तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गोवा, गुजरात और राजस्थान के कुछ हिस्सों में ग्रहण का आंशिक रूप दिखाई देगा। ग्रहण का अधिकतम भाग तमिलनाडु के कन्याकुमारी में दिखाई देगा।
भारत में नहीं दिखाई देगा:
यह दुखद बात है कि यह Surya grahan भारत में नहीं दिखाई देगा। यह उत्तरी भारत में सूर्यास्त के बाद और दक्षिणी भारत में रात के समय लगेगा। 8 अप्रैल 2024 को चैत्र अमावस्या के दिन Surya grahan का अद्भुत नजारा भारत के कुछ भागों में देखने को मिलेगा।
सूर्य ग्रहण का दीदार कहाँ होगा:
यह Surya grahan पूर्वोत्तर भारत और दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा। अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, त्रिपुरा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल और कर्णाटक राज्यों के कुछ भागों में इस ग्रहण का आनंद लिया जा सकेगा।
सूतक काल:
सूतक काल ग्रहण से पहले का वह समय होता है जब कुछ धार्मिक और शुभ कार्यों को करने पर मनाही होती है। इस बार पूर्वोत्तर भारत में सूतक काल 7 अप्रैल, 2024 (शनिवार) शाम 4:12 बजे से शुरू होगा। दक्षिण भारत में सूतक काल की गणना स्थान और समय के अनुसार अलग-अलग होगी।
सूर्य ग्रहण का महत्व
Surya grahan सदियों से धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखते हैं। कई संस्कृतियों में, Surya grahan को देवताओं और राक्षसों के बीच संघर्ष का प्रतीक माना जाता है। Surya grahan के दौरान अक्सर विशेष पूजा और अनुष्ठान किए जाते हैं।
8 अप्रैल का Surya grahan एक अद्भुत खगोलीय घटना है जो भारत के लोगों के लिए एक यादगार अनुभव होगा। यदि आप इस ग्रहण को देखने का अवसर प्राप्त करते हैं, तो सुरक्षा सावधानियों का पालन करते हुए इसका आनंद अवश्य लें।
ग्रहण के दौरान सुरक्षा:
- सूर्य ग्रहण को नंगी आंखों से देखना बहुत खतरनाक होता है। ग्रहण को देखने के लिए विशेष चश्मों का उपयोग करना चाहिए।
- गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों को ग्रहण के दौरान बाहर नहीं निकलना चाहिए।
अगला सूर्य ग्रहण:
अगला Surya grahan, 2 अक्टूबर 2024 को वृश्चिक राशि में लगेगा। यह भारत के कुछ पश्चिमी भागों में दिखाई देगा।
disclaimer: यह लेख सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। ग्रहण के दौरान धार्मिक अनुष्ठानों और परंपराओं के बारे में अधिक जानकारी के लिए, कृपया किसी विद्वान ज्योतिषी या धार्मिक गुरु से सलाह लें।
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